Monday, September 28, 2015

जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ....
जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रह गए...‪#‎jeeBHARkeJEE‬

Wednesday, September 9, 2015

कर लो ज़िक्र जब तक ज़िंदा हूँ,
फिर न कहना पागल दिल में यादें छोड़ कर चला गया।।
तू अगर चाहे तो बर्बाद कर मुझे मौला !
इस बहाने ही सही याद कर मुझे मौला !
मैं थक गया हूँ इस किरदार को जीते-जीते
जिस्म की क़ैद से आजाद कर मुझे मौला

आज नहीं तो कल होगा

हर एक संकट का हल होगा, वो आज नहीं तो कल होगा माना कि है अंधेरा बहुत और चारों ओर नाकामी माना कि थक के टूट रहे और सफर अभी  दुरगामी है जीवन ...