Thursday, January 16, 2020
Wednesday, January 15, 2020
कोई नया मुसाफ़िर
कि चलो इश्क की चादर ओढ़ कर सोया जाये
फिर कोई नया मुसाफ़िर ढूंडा ज़ाये
कि हो चुका हूँ इश्क में बदनाम इस कदर
कि अब वक़्त की गर्दिश में कोई नया नाम जोड़ा जाये
......रोहित राज रंजन.............
फिर कोई नया मुसाफ़िर ढूंडा ज़ाये
कि हो चुका हूँ इश्क में बदनाम इस कदर
कि अब वक़्त की गर्दिश में कोई नया नाम जोड़ा जाये
......रोहित राज रंजन.............

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आज नहीं तो कल होगा
हर एक संकट का हल होगा, वो आज नहीं तो कल होगा माना कि है अंधेरा बहुत और चारों ओर नाकामी माना कि थक के टूट रहे और सफर अभी दुरगामी है जीवन ...

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बुलंदी का नशा संतों के जादू तोड़ देती है, हवा उड़ते हुए पंछी के बाज़ू तोड़ देती है ! सियासी भेड़ियों थोड़ी बहुत गैरत ज़रूरी है, तवायफ तक किसी म...
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मैं कोई मुल्क नहीं हूं कि जला दोगे मुझे कोई दीवार नहीं हूं कि गिरा दोगे मुझे कोई सरहद भी नहीं हूं कि मिटा दोगे मुझे यह जो दुनिया ...
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हर एक संकट का हल होगा, वो आज नहीं तो कल होगा माना कि है अंधेरा बहुत और चारों ओर नाकामी माना कि थक के टूट रहे और सफर अभी दुरगामी है जीवन ...