Monday, April 2, 2018

आवाम की आवाज

ज़िन नेताओं को हमने चुना  की वो हमारी आवाज
(आवाम की आवाज ) को बहरी सरकार  के कानों  तक पहुँचाये
आज वो ही राजनेता आवाम की आवाज को रौंध रहे हैं
"रक्षक ही वास्तव  में भक्षक" बन  गए हैं ||
-:रोहित राज रंजन 

No comments:

Post a Comment

आज नहीं तो कल होगा

हर एक संकट का हल होगा, वो आज नहीं तो कल होगा माना कि है अंधेरा बहुत और चारों ओर नाकामी माना कि थक के टूट रहे और सफर अभी  दुरगामी है जीवन ...