Tuesday, March 27, 2018

दिल आखिर तू क्यूँ रोता है

जब  जब  दर्द  का  बादल  छाया
जब  ग़म  का  साया  लहराया
जब  आंसू  पलकों तक  आया
जब  यह  तनहा  दिल  घबराया
हमने  दिल  को  यह  समझाया
दिल  आखिर  तू  क्यूँ रोता  है
दुनिया  में यूँही  होता  है
यह  जो  गहरे  सन्नाटे  हैं
वक़्त  ने  सबको  ही  बांटे  हैं
थोडा  ग़म  है  सबका  किस्सा
थोड़ी धूप  है  सबका  हिस्सा
आँख  तेरी  बेकार  ही  नम  हैं
हर  पल  एक  नया  मौसम  है
क्यूँ तू  ऐसे  पल  खोता  है
दिल  आखिर  तू  क्यूँ रोता  है
#ZINDAGI_NA_MILEGI_Dobara
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